भारतीय उपमहाद्वीप में जैवविविधता का सच्चा खजाना

भारत में हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक तथा पश्चिमी घाट से अरुणाचल प्रदेश तक जैवविविधता का जाल बिछा हुआ है

यहाँ की भूमि पर स्थलीय जैवविविधता पाई जाती है

इस अद्भुत उपमहाद्वीप में वन्य जीवों का घर बना हुआ है

हिमालय पर्वत क्षेत्र, पश्चिमी घाट, इंडो बर्मा क्षेत्र, सुन्दर लैंड, तराई दुवार सवाना, सुंदर वन, भारतीय मरुस्थल, नीलगिरी की पहाड़ियाँ आदि विभिन्न जैव समुदायों का घर है।3

IUCN  में प्रकाशित सूचना के अनुसार पृथ्वी पर पौधों व पशुओं की लगभग 1.7 मिलियन प्रजातियां पाई जाती है।

अभी तक ज्ञात कुल प्रजातियों में से 70% पशुओं की प्रजातियाँ है।

कुल पशु प्रजातियों में से 75% केवल कीड़े मकोड़े हैं।

विश्व में उपस्थित लगभग 1.7 मिलियन प्रजातियों में से हरे पौधे, कवक, बैक्टीरिया व वायरस की 4,27,205 प्रजातियाँ हैं।